दोस्तों, मनोरंजन का एक ही अर्थ होता है, मन का प्रसन्न होना जिससे व्यक्ति अपना सारा सुख दुःख भूलकर मनोरंजन की दुनिया में डूब जाता है । यह मनोरंजन मनुष्य के शरीर के दिमाग को संतुष्टि प्रदान करता है । जिसके वजह से एक मनुष्य मनोरंजन की वजह से उसका पूरा शरीर प्रफुल्लित हो जाता है । जिसके कारण उसके शरीर को क्रोध से लड़ने की सहायता प्रदान होती है।
इससे मनुष्य के शरीर से कई तरह के रोग शक्ति और ऊर्जा को दूर भागने में मदद करता है । जिसके कारण मनुष्य के शरीर पूरी तरह से स्वस्थ रखने में मदद करता है । अगर कोई व्यक्ति तनाव में मनोरंजन का उपयोग करता है तो वह तनाव से होने वाली बीमारियों से मुक्ति पा लेता है।
देखा जाये तो मनुष्य एक कार्यशील प्राणी की तरह है । जो दिन या रात में भी अपने काम लगा रहता है । परन्तु जब थक व हार जाता है तो वह थकान के साथ अपनी तनाव को मिटाने के लिए मनोरंजन जैसे संसाधनों का उपयोग करता है। जिससे वह अपनी सारा काम की थकान भूल जाता था और उसके चेहरे पर ख़ुशी की झलक नजर आ जाती है।
मनोरंजन के साधन का महत्व
वैसे देखा जाये तो मनुष्य जैसे प्राणी के जीवन में मनोरंजन का काफी महत्व रखता है । कई लोग तो इस मनोरंजन के कारण अस्वस्थ होते हुए भी अपनी जिन्दगी हँसी ख़ुशी गुजार रहे है।
लोगों में मानसिक विश्राम उन्हें मनोरंजन के द्वारा ही प्राप्त होता है । इसी कारण मानव जीवन में मनोरंजन का सबसे महत्वपूर्ण स्थान होता है।
प्राचीन समय में ऋषियों ने अपने जीवन में उदासीनता, शिथिलता तथा थकान को दूर करने के लिए होली, दीपावली तथा दशहरा जैसे कई मनोरंजक उत्सवों का विधान किया था। प्रतिवर्ष ऋतु-परिवर्तन के साथ सभी के जीवन में नई ऊर्जा के साथ शक्ति उत्पन्न करने के लिए ये सभी उत्सव बहुत ही सहायक होते है।
इस वर्तमान समय में देखे तो लोगों के पास मनोरंजन के कई साधन उपलब्ध हो चुके है । जिसकी लोगों की आवश्यकता भी है । लोगों को दिन भर कार्य की वजह से जिन्दगी काफी व्यस्तता हो गयी है । जिसके कारण लोगों के पास कई तरह संसाधन होने की वजह से लाभ व हानि भी देखने को मिलता है।
लोग कई तरह के साधन मनोरंजन के लिए प्रयोग करते है । जो उनके लिए हानिकारक भी हो जाता है जैसे लोग जुआ खेलना, मदिरापान करना, वेश्यागमन करना इत्यादि सभी हानिकारक के साधन है । ये ऐसे साधन है जो व्यक्ति के जीवन में, कोई नई शक्ति नहीं मिलती, उनकी जीवन शक्ति क्षीण हो जाती है।
कुछ लोग मनोरंजन के साधन को लाभदायक तरीके से प्रयोग में लाते है । जैसे की प्रातःकालीन भ्रमण, पत्र पत्रिकाएँ पढ़ना, सिनेमा-नाटक देखना, साहित्यिक गोष्ठियों में भाग लेना, मनपसंद खेल खेलना, यात्रा करना, संगीत सुनना, प्राकृतिक दृश्य देखना इत्यादि सब तरह के चीजे लोगों के लिए मंगलकारक साधन है।
सबसे अधिक मनोरंजन के लिए उपयोग किया जाने वाला वस्तु
आजकल देखा जाये तो सबसे ज्यादा मनोरंजन के लिए संसाधन टेलीविजन है । जो लोगों के लिए एक तरह का खास मित्र की तरह होता है जिसके बिना वह खुद को अधुरा महसूस करने लगते है । टेलीविजन एक ऐसा आविष्कार है जो हमें दृश्य के साथ – साथ आवाज भी सुनने को मिलता है।
इसके पहले रेडियो की खोज हुई थी जिसे हम केवल सुनकर ही आनन्द उठाते थे । फिर उसके बाद टेलीविजन का आविष्कार हुआ जिसकी लोकप्रियता आज भी लोगों के अंदर देखने को मिलता है । इसके फायदे के साथ नुकसान भी देखने को मिलता है।
निष्कर्ष
आज की दुनिया में विज्ञान के आविष्कार से लोगों का जीवन काफी व्यस्त होते जा रहा है । अपने जीवन को अच्छे से जीने के लिए आवश्यक वस्तु की संचित करने तथा आने वाली महंगाई से लड़ने के लिए मानव को घुटन सा महसूस हो रहा है।
इसलिए वह इस सब से छुटकारा पाने के लिए मनोरंजन की कई संसाधनों का उपयोग करता है । जिससे उसके चेहरे पर मुस्कान के साथ पूरे शरीर की थकान मिट जाती है।
इसलिए लोगों को चाहिए की मनोरंजन के लिए साधन जरूर प्रयोग करना चाहिए । जो उनके लिए फायदेमंद हो ना की उनके लिए नुकसानदेह हो।
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