दोस्तों, मनुष्य के जीवन में विद्यार्थी जीवन उसके जीवन का एक आधार शिला होता है । वह इस समय में जो भी गुण व अवगुणों को अपनाता है वही उसके आगे के जीवन का चरित्र का निर्माण करता है । विद्यार्थी जीवन का महत्व हर मनुष्य के लिए बहुत ही आवश्यक होता है।
एक आदर्श व्यक्ति का जीवन उसके परिश्रम तथा उसके लगन पर आधारित होता है । वह प्रतिदिन विद्यालय जाकर शिक्षक द्वारा दिए गये सुझाव तथा सद्गुणों को अपनाता है । वह अपने माँ बाप के द्वारा दिए गये संस्कारों को अच्छे से निभाता है।
आदर्श विद्यार्थी के द्वारा पुस्तकों को हमेशा अपना साथी मानना तथा उससे अच्छी मित्रता रखता है । वह पूरी लगन तथा परिश्रम के साथ हर पुस्तक का अध्ययन करता है । वह अपने अतिरिक्त समय को अपने माता – पिता के साथ तथा सामान्य ज्ञान को अर्जित करने में उपयोग करता है।
एक सफल व्यक्ति तभी बनता है, जब वह पूरी लगन तथा परिश्रम के साथ समय का उपयोग करता है । इसी सोच को रखते हुए एक आदर्श विद्यार्थी भी हमेशा अपने परिश्रम को सबसे ज्यादा महत्व देता है।
आदर्श विद्यार्थी समाज एक लिए बहुमूल्य
एक आदर्श व्यक्ति का महत्व इस बात से देखा जा सकता है की हर माँ-बाप अपने बच्चे को सफल, संस्कारी व आदर्श रूप में देखना चाहते है । जिससे उनके समाज में उनके बेटे के साथ उनका भी नाम रोशन हो।
कई छात्र अपने अपेक्षा के अनुसार अपने माँ-बाप का सपना पूरा करना चाहते है । लेकिन उनमें आदर्श विद्यार्थी बनने के लिए दृढ़ संकल्पों के साथ अन्य कई कारकों की कमी होती है । जिसके साथ कई विद्यार्थी प्रयास करते है जिनमें से कुछ सफल होते है तो कुछ असफल होते है।
लेकिन इस असफलता विद्यार्थियों को दोषी नहीं ठहराया जा सकता है । क्योंकि वह परिश्रम तो पूरा ही करता परन्तु कही न कही कुछ कमी रह जाती है जिसके कारण वह असफल हो जाता है।
आदर्श विद्यार्थी की विशेषताएँ
वैसे देखा जाये एक आदर्श विद्यार्थी के लिए कई विशेषताएँ दी जाती है । जो इस प्रकार है –
मेहनत तथा परिश्रम
एक आदर्श विद्यार्थी हमेशा अपने लक्ष्य को निर्धारित कर उसे सफल बनाने के लिए कड़ी मेहनत करता है । वह अध्ययन के साथ खेल तथा अन्य गतिविधियों में सर्वश्रेष्ठ करने की कोशिश करता है । ऐसा करने के लिए एक आदर्श विद्यार्थी अपने सर्वोतम प्रयास करने से कभी कतराता नहीं है।
लक्ष्य निर्धारित करना
आदर्श विद्यार्थी अपने लक्ष्य को प्राप्त किये बिना कभी भी हार नहीं मानता है चाहे कितना भी परिस्थिति विकट क्यों न हो । वह सफलता प्राप्त करने के लिए लगातार प्रयास करता रहता है । किसी भी व्यक्ति को सफलता प्राप्त करना इतना भी आसान नहीं होता है।
समस्या का निवारण
देखा जाये विद्यार्थियों को स्कूल व कालेज के साथ कोचिंग सेंटर पर पहुँचने में हमेशा देरी होती है । जो कई विद्यार्थियों के लिए समस्या बनी रहती है जो न चाहते हुए भी किसी न किसी वजह से देरी हो ही जाती है । जबकि एक आदर्श विद्यार्थी बिना कोई बहाने के समय पर आता जाता है । क्योंकि उसने समय को अपने द्वारा व्यवस्थित कर लेता है।
सकारात्मक सोच
एक आदर्श व्यक्ति हमेशा अपनी सोच को सकारात्मक ही रखता है । कक्षा में शिक्षक द्वारा पूछे गये किसी भी सवाल को सकारात्मक सोच के साथ उत्तर देता है । वह किसी भी परिस्थिति में घबराता नहीं है हर मुश्किल का डट के सामना करता है।
कभी – कभी शिक्षक द्वारा बिना समय दिए परीक्षा लिया जाता है तो उस समय भी आदर्श विद्यार्थी घबराता नहीं है । क्योंकि वह कक्षा में हमेशा उपस्थित रहने के कारण अध्यापक द्वारा दिए गये उपदेश को अच्छे से ग्रहण कर लेता है।
व्यायाम
अगर आप अपने स्वास्थ्य का ध्यान नहीं रख सकते है तो आप एक आदर्श विद्यार्थी सफल रूप से नहीं बन पाते है । अगर आप पूर्ण रूप से स्वस्थ है तो आपकी मानसिक तथा शारीरिक रूप मजबूत होते है जिसके कारण आपको किसी भी चीज समझे व करने में सहायक प्रदान करता है।
इसलिए एक आदर्श विद्यार्थी को नियमित रूप से व्यायाम करना चाहिए जिसके कारण आपको खेल में रुचि होने के कारण आपकी योग्यता भी बढ़ती है।
निष्कर्ष
एक आदर्श विद्यार्थी बनने के लिए उसके माता-पिता द्वारा समर्थन की बहुत जरूरत होती है । क्योंकि कोई विद्यार्थी जन्म से ही आदर्श नहीं होता है बल्कि वह अपने माता – पिता तथा शिक्षक के द्वारा हो आदर्श बन पाते है।
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