दशहरा एक हिन्दुओ का महत्वपूर्ण त्यौहार है। जो पुरे भारत में इस त्यौहार को बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। ये जो पर्व है वह आशिवन मास के शुक्ल पक्ष के दशमी तिथि को मनाया जाने वाला त्यौहार है। यह एक पारंपरिक और धार्मिक त्यौहार है। जिसके बारे में हर बच्चो को जानना चाहिए । इस त्यौहार को भारतीय लोग बड़े उत्साह और भरोसे से मनाते है।
ये जो पर्व है वह बुराई पर अच्छाई और सच्चाई की जीत को दर्शाता है। जैसे पाप पर पुण्य की जीत । इस त्यौहार को सभी लोग इसे कई सारे रीती रिवाज और पूजा पाठ के द्वारा मनाते है। जो धार्मिक लोग और भक्तगण होते है, वो पुरे दिन का व्रत भी रहते है।
अक्सर इस दिन को लोग रावण का वध करते है और खुशियाँ मनाते है, जैसे पंजाब राज्य में लोग रावण का पुतला बड़ा सा बनाकर उसको जलाते है इस तरह दशहरा के दिन का समापन करते है।
नवरात्री के आखिरी दिन यानि दसवे दिन लोग असुर के राजा रावण पर भगवान राम के जीत के उपलक्ष में दशहरा मनाते है यह जो दशहरा का त्यौहार है वह हर साल सितम्बर और अक्टूबर के अंत में दिवाली के तीन सप्ताह पहले आता है।
इस दशहरा का अर्थ –
“दशहरा” शब्द का जो अर्थ है दस बुराइयों से छुटकारा पाना है। दशहरा उत्सव, भगवान् श्री राम का अपनी अपहरण पत्नी सीता जी को रावण के कैद छुड़ाकर उस पर विजय प्राप्त की थी। यह दशहरा पर्व बुराई पर अच्छाई के विजय के रूप में मनाया जाता है।
दशहरा के कुछ महत्वपूर्व तथ्य –
- यह जो धार्मिक त्यौहार है लोग द्वारा कहा जाता है को अगर असुरो के राजा यानि रावण का वध भगवान राम ने नही किया होता तो सूर्य हमेशा के लिए अस्त हो जाता।
- लोगो की ऐसी मान्यता है कि नवरात्री के महीने में देवी माँ अपने घर आती है यानि की मायके में आती है और उनकी विदाई के समय लोग नवरात्री के आखिरी दिन यानि की दसवे दिन उन्हें विसर्जित करते है।
- महिषासुर असुरो का राजा था, जो मनुष्यो पर बहुत ही अत्याचार करता था। उसके अत्याचारो को देखकर भगवान् विष्णु, ब्रह्मा और शिव ने शक्ति से माँ दुर्गा का अवतार दिया। जिससे मनुष्यो पर हो रहे अत्याचार का समाधान हो सके और महिषासुर का विनाश कर सके। शक्ति (माँ दुर्गा) और महिषासुर के बीच दस दिन युद्ध हुआ था और आखिरकार माँ दुर्गा ने महिषासुर का विनाश कर उस विजय प्राप्त की।
- इस दशहरा का महत्व इस रूप में भी किया जाता है की माँ दुर्गा ने दसवे दिन पर महिषासुर राक्षस का वध किया था।
- दशहरा माँ दुर्गा और भगवान श्री राम दोनों की महत्वता को दर्शाता है। रावण को हराने के लिए श्री राम ने माँ दुर्गा की पूजा की थी। और माँ दुर्गा ने रावण के विनाश के लिए श्री राम को रावण का वध करने के लिए रहस्य बताया था।
मेला
हमारे भारत देश में कई ऐसे जगह है जहाँ दशहरा पर मेला लगता है। खास करके दशहरा का मेला उत्तर प्रदेश और बिहार में लगता है। दशहरे के मेले में कई अलग – अलग तरह की दुकाने लगती है और खाने पीने का भी आयोजन होता है।
दशहरे के मेले में रावण का पुतला बनाकर उसको जलाया जाता है। जिससे देखने के लिए लोग दूर – दूर से आते है और मेले का आनंद लेते है।
निष्कर्ष
हमारे धर्मग्रन्थ रामायण के अनुसार ऐसा माना जाता है। माँ दुर्गा को प्रसन्न करने और आशीर्वाद प्राप्त करने के लिय चंडीपाठ कराया था।
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