आजकल समय की बात करे तो वो जिंदगी का सबसे महत्वपूर्व हिस्सा है । जो समय की कदर नही करता वो केवल पछताने के अलावा कुछ नही कर सकता है । जैसे कहा जाता है कि बिता हुआ समय वापस नही आता । वैसे तो हमें समय की कदर करना चाहिए समय का सदुपयोग करना ही हमारी सबसे बड़ी उपलब्धि है।
समय कैसे बीत जाता है किसको को पता नही चलता है लोग बच्चे से बुजुर्ग हो जाते है समय का पता ही चलता है उनको बाद में पता चलता है की उन्होंने ने इतने समय की बीच क्या गलती की और क्या सही । इसलिए हमें सोच समझ कर हर कदम उठाना चाहिये ताकि बाद में पछताना न पड़े क्योकि बिता हुआ समय वापस नही आता।
आज का विज्ञान इतना आगे बढ़ चुका है की वो हर क्षेत्र में तरक्की कर ली है । खुशनुमा जीवन जीने के लिए नए – 2 खोज कर लिए है और दिन प्रतिदिन अविष्कार होते जा रहे है । नए खोज की वजह से लोगो को अपनी समय का अहमियत मालूम नही पड़ता है।
विज्ञान इतना आगे बढ गया है की आकाश, पाताल, पानी, हवा, आग सब पर अपना हक़ बना लिया है । तरह – तरह की दवाये और मनुष्य से जुड़े सभी काम काज को आसान बना दिया है।
समय का महत्व
हमारा समय बहुत ही अमूल्य होता है हर समय कोई भी बात सोच समझ कर और कम भी सही समय पर पूरा करना चाहिए समय किसी का नही होता है वो अपने अनुसार आगे बढता रहता है वो किसकी के लिए नही रुकता है । हम एक तरह से देखे तो भगवान को मना सकते है परन्तु (काल) समय को नही।
महात्मा गाँधी हमेशा कहा करते थे अपने जीवन का एक एक मिनट कीमती है ऐसे में हम समय को बेवजह बर्बाद न करे । वेदों में लिखा गया है कि,” काल का अर्थ है समय जो एक अश्व (घोड़े) की तरह है जो एक साथ सात घोड़े पर होकर निकलती है, ये अश्व अजर और अमर है” जैसे मुझे पता है कि सूर्य रोज अपने समय सुबह निकलता है और शाम को ढल जाता है।
ठीक वैसे ही हमें भी समय हर कम कर लेना चाहिए, क्योकि जीवन में ब्यर्थ किया हुआ समय हम वापस नही ला सकते।
समय सफलता का राज
मनुष्य की सफलता का राज है वो है समय, समय हर किसी न किसी का बलवान होता है । हर व्यक्ति जो सफलता को हासिल करता वो अपने समय बहुत अच्छी तरह से इस्तेमाल करता है । सफल पुरुष कभी भी अपना समय बेवजह बर्बाद नही करता है वो उसका सदुपयोग करता है तभी तो सफल होता है।
जैसे की हमें पता है सृष्टि के कितने चक्र है, सतयुग, त्रेतायुग, द्वापरयुग और कलियुग है ये सभी चक्र अपने समय से आते है और चले भी जाते है पर समय का किसको पता ही नही चलता है।
जब केवट ने भी भगवान श्री राम के चरण छूने के अवसर को पल भर भी नही गवाया । भगवान श्री राम उसकी मन की बात को भाप लिया फिर अपना पैर बिना देरी किये आगे बढा दिए।
इस तरह केवट उस समय का सबसे अच्छा सदुपयोग करता है । ऐसे ही हर इंसान को करना चाहिए समय के महत्व को समझना चाहिए।
निष्कर्ष
मनुष्य के जीवन में सबसे बड़ा महत्व है वो है समय, इसलिए हमें समयरूपी बह्मुल्ये पलो ऐसे ही नही गवाना चाहिए । क्योकि बिता हुआ समय वापस नही आता है वो बस एक बुरा सपना बनकर रह जाता है ।
हमें बहुत सारे सुनहरे अवसर समय – समय पर प्रदान करता है जो उस अवसर को अच्छे उपयोग कर पता है वो एक सफल और ससक्त इंसान बन जाता है ।
इसलिए हमें समय के अनुसार बोले, चलने, उठने, बैठने की आदत डाल लेनी चाहिए, ताकि कामयाबी हासिल हो सके । समय का सही इस्तेमल करना ही भविष्य का निर्माण करना होता है ।
“समय करे ना क्या करे, सब समय – 2 की बात, कभी समय की दिन बढे, कभी समय की रात”
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