दुर्गा पूजा व दुर्गाउत्सव एक हिंदुओं का बहुत ही महत्वपूर्ण औऱ पावन पर्व माना जाता है। इस पर्व में नौ दिन का उपवास रखते हैं जिनमें से कुछ लोग पहले और अष्टमी के दिन व्रत रखते हैं।
इसके पीछे लोगों की यह मान्यता है कि ऐसा करने से उन्हें माँ दुर्गा उनकी हर बुरे परिस्थिति में सहायता करती है और फिर उनकी अर्चना करके उनका जीवन शांति से भर जाता है।
पर्व की खासियत
पूरी दुनिया में सबसे ज़्यादा पर्व भारत में मनाये जाते हैं और इन सभी त्यौहारों को मनाने के पीछे का कारण बहुत ही पवित्र होता है। यह एक ऐसा पर्व है जो हर वर्ष मनाते हैं। दुर्गा पूजा को अश्विन मास के पहले दस दिनों में लोगों द्वारा मनाते हैं।
इस पवित्र पूजा को पूरा भारत गौरव से मनाता है। ये हमारे देश का एक धार्मिक त्यौहार माना जाता है। यह पर्व को दुर्गोत्सव भी कहा जाता है।
सभी लोग माँ दुर्गा देवी की नौ दिनों तक लगातार पूजा करते हैं और कई लोग इन नौ दिनों के दौरान उपवास रखते हैं। इन नौ दिनों के ही अन्दर केवल पानी ही इस्तेमाल में आता है। वैसे कुछ लोग इसके आरम्भ के दिन व आख़िर के दिन व्रत रखते हैं।
सभी लोगों में यह मान्यता है कि माँ दुर्गा उन्हें हर बुरे प्रभाव से दूर रखती है और उनकी हर समस्या का हल लेकर आती है। व्रत रखने से उन्हें मां दुर्गा का पूरा आशिर्वाद प्राप्त होता है।
दुर्गा पूजा का इतिहास
ऐसे कई राज्य हैं हमारे देश में जिसका विशेष महत्व है। दुर्गा पूजा के त्यौहार के दिन ओडिशा, त्रिपुरा, सिक्किम व पश्चिम बंगाल में भिन्न तरह के विशाल कार्यक्रमों को प्रस्तुत किया जाता है। यह दुर्गा पूजा बुराई पर अच्छाई के विजय की सिख देता है।
महिषासुर नामक असुर स्वर्ग के देवताओं पर हमला कर दिया था क्योंकि वह बहुत ही ताकतवर था और कभी उसकी हार नहीं हुई थी। इस दिन ब्रम्हा, विष्णु व महेश ने उस असुर के मौत के लिए आन्तरिक शक्तिको जन्म दिए जिसका नाम दुर्गा पड़ा।
उसके बाद दुर्गा को सभी की शक्तियां दी गई। दुर्गा के दस हाथ थे जिसमें वह विशेष हथियार लिए एक नारी शक्ति का प्रतीक लगती थी।
दुर्गा पूजा-गौरव और शक्ति का पर्व
भारत पूरी दुनिया में एक ऐसा देश है जहां पर सभी देवी-देवताओं को सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण माना गया है और सभी का बराबर समझा जाता है। दुर्गा पूजा का यह पर्व भारत के लोगों के लिए बहूत महत्व रखता है। यह दिन पुराने भारत की सभ्यता और रीती-रिवाज की झलक दिखाता है।
दुर्गा पूजा का पर्व देश के अलावा नेपाल व बांग्लादेश जैसे देशों में भी बड़े प्रेम व सम्मान से मनाया जाता है।
हमारे देश में एक औरत को माँ दुर्गा के समान समझा गया है क्यूंकि माँ दुर्गा शक्ति का प्रतीक है। इसी वजह से लोग अपनी पूरे हॄदय से देश को भारत माता कहते हैं। इस दुनिया में देवी-देवताओं को सबसे ज़्यादा महत्व भारत में दिया जाता है।
निष्कर्ष
मां दुर्गा ही हैं जो इस सृष्टि को हर तरह की शक्तियां दी है। इसके अलावा माँ दुर्गा को सभी अन्य देवी-देवताओं से सर्वश्रेष्ठ माना गया है। नवरात्रि व दुर्गा पूजा का यह पावन पर्व अधिक महत्व रखता है।