ताजमहल पर निबंध हिंदी में । Essay On Taj Mahal In Hindi

 ताज महल एक प्रेम का प्रतिक है। ताज महल दुनिया के 7 अजूबो में से एक है। ये सबसे आकर्षित और लोकप्रिय धरोहर है। इसको जो भी कोई देखने जाता सबका मन मोह लेता है, ये बहुत ही खुबसूरत दिखता है जो सफ़ेद संगमरमर के पत्थरों को तरास कर बनाया गया है। ताजमहल ये यादगार की निशानी के तौर पर प्रसिद्ध है।

ये भारत देश में उत्तर प्रदेश राज्य के आगरा जिले के यमुना नदी के किनारे पर स्थित है । यहा पर प्रकितिक की भी सुन्दरता देखने को मिलती है । यहा पर हर साल विदेशी नागरिक (सैलानी) ताजमहल को दीदार करने के लिए आते है। ताजमहल के वजह से भी भारत की मान और शान का बड़ा योगदान है।

ताजमहल शाहजहाँ के द्वारा मकबरा बनवाया गया था । शाहजहाँ ने ये धरोहर (स्मारक) अपने पत्नी के यादगार में बनवाया था, जो प्यार के निशानी के रूप में जाने जाते है, क्योंकि शाहजहाँ अपनी पत्नी मुमताज से बहुत प्यार करता था। ताजमहल सफ़ेद संगमरमर के पत्थरों से बना एक खुबसूरत धरोहर है।

इसको तैयार करने में लगभग 10 से 20 साल के दिन लगे थे । इसके निर्माण कार्य के लिए लगभग 20,000 श्रमिकों ने काम किया था।

ताजमहल की सुन्दरता

जब लोग ताजमहल का दीदार करते है तो उनको एक अलग ही अदुभुत ही खूबसूरती का महसूस होता है। ये विश्व के 7 अजूबो में इसका नाम सुमार है । इसकी संगमरमर के बनी चमचमाती दिवार देखने में सबकी आंखे चकाचौध हो जाती है।

जो भी विदेशी या अपने लोग इसे देखने जाते है, वो उसको देखते रह जाते है, इस कदर से उसको डिजाईन किया है। ताजमहल का आकार गुम्बद के आकार का है, जहा उसके शाहजहाँ और उसकी पत्नी मुमताज की कब्र बनी है। ताजमहल की सुन्दरता इसलिए भी खास मानी जाती है ।

क्योकि ये उत्तर प्रदेश राज्य के आगरा शहर में यमुना नदी के किनारे पर सुशोभित है। इसके 4 खम्भे जो चारमिनार चारो कोने पर स्थित है, वो भी ताजमहल की खूबसूरती प्रदान करते है।

ताजमहल की रचना ही एक अदभुत है। जब चाँदनी रात होती है तो युमना नदी के पानी में जो ताजमहल के गुम्बद के आकर की परछाई पड़ती है, इससे उसकी खूबसूरती के चार चाँद लग जाते है।

ताजमहल के निर्माण

ताज महल का निर्माण 1631 ई० पूर्व के समय तत्कालीन मुग़ल सम्राट शाहजहाँ के द्वारा करवाया गया था। इसका निर्माण राजा शाहजहाँ ने अपनी पत्नी मुमताज जो उससे वो बहुत प्रेम करता था, उसी के प्रेम के याद में इस मकबरे को बनवाया था। ताजमहल का निर्माण मुमताज मृत्यु के बाद शाहजहाँ ने करवाया था।

इसके निर्माण का कार्य प्रारम्भ सन 1631 ई० में उत्तर प्रदेश राज्य के आगरा शहर के प्रसिद्ध नदी युमना के किनार पर हुआ है। ताजमहल के निर्माण कार्य के लिए सफ़ेद संगमरमर का उपयोग किया गया, जो राजपूताने के खानों से मंगवाया गया था।

ताजमहल को पुरे होने में कहा जाता है की 20 वर्ष का समय लगा था, और इस मकबरे के निर्माण में 20,000 कारीगरों ने अपना योगदान दिया था।

ये मकबरा (ताजमहल) तीन किलोमीटर दूर है आगरा फोर्ट से, जैसे ही लोग प्रवेश करते है वैसे ही विशाल द्वारा सफ़ेद संगमरमर से बनी हुई दिखती है । इन विशाल द्वारो के दोनों तरफ सफ़ेद संगमरमर के पत्थरो पर कुरानो की आयते लिखी गयी है ।

उसी में एक संग्रहालय है जिसमे मुग़ल सम्राटो के अस्त्र-शस्त्र के प्रतिक (चिन्ह) रखा गया है । मुख्य द्वार के दोनों तरफ वृक्षों की पंक्तिया और पानी में फव्वारे के साथ जलकुण्ड लगे है।

ताजमहल के चारो तरफ के दीवारे और चबूतरो के साथ 275 फुट ऊँचे विशाल गुम्बद के साथ छोटे – छोटे गुम्बद भी सुशोभित होते है । इसी बड़े गुम्बद के निचे दोनों प्रेमियों (यानि सम्राट शाहजहाँ और मुग़ल की विख्यात रानी मुमताज (शाहजहाँ की पत्नी)) का कब्र है।

निष्कर्ष

ताजमहल एक आकर्षण का बिन्दु है, जो प्रेम का प्रतीक है। ये पुरे विश्व का सबसे पसंदीदा पर्यटन स्थान है।

ये सबसे प्रसिद्ध नदी यमुना के किनारे पर स्थित है, जो पूर्णिमा के चाँदनी रात में ताजमहल की परछाई पानी में पड़ती है, जो इसकी खूबसूरती देखने लायक होती है। ताजमहल की गणना विश्व के 7 अजूबो में सन 2007 में की गयी थी।

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