गावं, शहर, राज्यों में रहने वाले सभी मनुष्य को मिलाकर जो संख्या बनती है उसे जनसंख्या कहते है । जनसंख्या की गिनती पैदा हुए बच्चे से लेकर बड़े बुजुर्गो तक की जाती है, तब जाकर हमें पता चलता है की हमारे देश की वर्तमान में जनसंख्या कितनी है ।
जनसंख्या का वृद्धि होना आज हमारे देश को विकसित होने में बाधा डाल रहा है । हमारा भारत देश जनसंख्या के मामले में दुसरे स्थान पर आता है । बढती जनसंख्या हमारे देश के लिए एक चिंता के कारण बना हुआ है । क्योकि ये बढती जनसंख्या अधिक संसाधनों का माँग करती है । और हमारे गृह पर पर धीरे – धीरे प्राकृतिक संसाधनों को कमी होता जा रही है ।
जनसंख्या वृद्धि के विभिन्न कारण –
इस जनसंख्या में तेजी से वृद्धि होने के विभिन्न कारण है जैसे उनमे से के है अशिक्षित वर्ग के लोग शामिल है । भारत में अधिकांश आबादी निरक्षर है, समाज के पिछड़े और अशिक्षित वर्ग में अधिक बच्चे है क्योकि उन्हें जन्म या जनसंख्या नियंत्रण के बारे में उनको कुछ नही ज्ञान नही होता है । या कह उनको इस सब चीज के बारे में कोई जानकारी नही होती है ।
एक जनसंख्या वृद्धि का मुख्य कारण है, गावों में रहने वाले गरीब और अशिक्षित वर्ग के लोगो का कम उम्र में ही शादी हो जाती है । जिसके कारण उनसे अत्यधिक जनसंख्या में बढ़ोतरी होती है, क्योकि उन्हें छोटे बच्चे होने की वजह प्रजनन से सम्बंधित तथ्यों से अनजान होते है उन्हें कोई सिख देने वाला नही होता है ।
जनसंख्या वृद्धि में विज्ञान का हाथ –
जनसंख्या वृद्धि के पीछे कई अन्य मुख्य कारण परन्तु उनमे से एक विज्ञान का भी हाथ है । आज के समय में देखे तो विज्ञान की अविष्कार से मनुष्य को जितना फायेदा होता है, उतना ही नुकसान भी देखने को मिलता है ।
आज विज्ञानं ने लगभग हर रोगों का इलाज की खोज कर ली जिससे मृत्यु दर कम हो गया है । इसका सबसे ताजा उदाहरण हाल में आया कोरोना जैसे घातक बीमारी का भी विज्ञान ने इसकी दवाइयाँ और टीका का खोज कर लिया है जिससे लोगो के मृत्यु जितना होने की आशंका थी उतनी नही हुई । इसके वजह से लोगो में मृत्यु में कम आई हालाँकि ये ख़ुशी की बात है, परन्तु एक प्रकृतिक संतुलन के बारे में सोचा जाये तो अलग ही चीज समझ में आती है ।
बेरोजगारी
हमारे देश में बढ़ रहे लगातार जनसंख्या की वजह से लोगो के बीच बेरोजगारी की समस्या बढ़ गयी है । इस बेरोजगारी की समस्या की बढ़ने से अशिक्षित व अनपढ़ों की संख्या बढ़ रही है क्योकि लोगो के पास रोजगार न होने के कारण वो अपने बच्चो को अच्छी शिक्षा नही दे पा रहा है जिससे उनका भी भविष्य ख़राब हो रहा है ।
आजकल बेरोजगारी का मुख्य कारण है लोगो के के बीच नासमझ होना और गरीबी (अशिक्षित) क्योकि एक मनुष्य खुद का पेट पालने के लिए अच्छे से कमा पा नही रहा है और बच्चे पर बच्चे पैदा किये जा रहे है जिसके वजह से जनसंख्या में वृद्धि देखने को मिल रही है ।
बेटियों का अनादर (तिरस्कार)
आजकल देखा जाये तो जनसंख्या में बढ़ोतरी का ये भी एक मुख्य कारण है, क्योकि आजकल ज्यादे देखने को मिलता है की लोग खास करके भारत जैसे देश में लडकियाँ पैदा होती है तो उनको अच्छा नही लगता है और लड़के पैदा करने के चक्कर में कई बच्चे पैदा कर देते है।
फिर आगे चलकर उनको खाने-पीने में सभी बच्चो की पढाई भी अच्छे नही करवा पाते है । फिर वही बच्चे एक बेरोजगार और जनसंख्या के हिसाब से बड़े होकर आबादी को बढ़ाते है ।
जनसंख्या की वृद्धि की वजह से महंगाई
आजकल की महंगाई भी जनसंख्या के वृद्धि की वजह दिन प्रति दिन आसमान छूते जा रही है, और आम लोग मुहँ देखते रह जा रहे है । क्योकि हमारे भारत देश में जितना आबादी है उसके हिसाब से लोगो की आपूर्ति नही हो पाती है, जिसके वजह से महगाई दर बढती जा रही है ।
ऐसा कहा जाये की बढती जनसंख्या की वजह से इतने आबादी वाले देश में किसी भी चीज का वितरण बराबर नही हो पाता है । उदाहरण के तौर पर, किसी के घर में चार बच्चे है तो उसको सभी के लिए खाने – पीने चीजो को आपूर्ति करना होगा परन्तु बाजार में उस चीज पूर्ति न हो पाना महंगाई का वजह बन रहा है ।
बढती गरीबी
बढती जनसंख्या की वजह से हमारे भारत देश में गरीबी स्तर से जीने वालो संख्या अधिक है । बढती आबादी की वजह से महंगाई और बेरोजगारी बढ़ रही है इसलिए गरीबी का बढ़ना आम बात है । जाहिर सी बात है जब आबादी बढती है तो उस आबादी के हिसाब से साधन जुटा पाना मुश्किल है । क्योकि एक सिमित मात्रा में ही हमें प्रकृति से संसाधन मिल पाते है । इसकी वजह से गरीबी बढती जा रही है ।
निष्कर्ष
हमें और हमारे देश के बारे ध्यान देकर जनसंख्या पर नियंत्रण करने की कोशिश करना चाहिए । सरकार को भी इसके बारे में सोशल वर्कर के द्वारा सभी को ये सन्देश पहुचाने की कोशिश करनी चाहिये । इससे हम सभी के आगे भविष्य को सुधार करने में मदद मिलेगा ।
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