दोस्तों, एक शिक्षा ही है जो हमारे जीवन में हर तरीके से मदद करता है । इसलिए मनुष्य के जीवन में शिक्षा बहुत ही अनिवार्य चीज है । हमें शिक्षा केवल किताबें व स्कूल, कालेज जाकर नहीं प्राप्त किया जा सकता है । बल्कि हम कुछ अच्छे चीजो व कार्यों को देखकर भी उसे ज्ञान प्राप्त कर सकते है । कहा जाता है न की इंसानियत की किसी के सिखाने से नहीं आती बल्कि खुद की अंदर से जो इंसानियत की भाव पैदा होता है । वही असल में लोगों के लिए सीख होता है।
इसी क्रम में सैनिक शिक्षा का होना भी बहुत आवश्यक है । जो विद्यार्थियों के लिए देशभक्ति का भाव भी जागृति होगा और उनके अंदर देश की सुरक्षा को लेकर युवाओं में जानकारी बढ़ेगी । कुछ छात्र को बचपन से ही सेना में जाने की इच्छा होती है । इसलिए उनके लिए यह सैनिक शिक्षा को प्राप्त करने के लिए सुनहरा मौका रहा है।
शिक्षा को देखा जाये तो उसे हर तरह से देश के हित में और देश की सुरक्षा के साथ भविष्य रक्षा की भी तैयारी करना पड़ता है । जिसके वजह से अनिवार्य सैनिक शिक्षा की चर्चा करते है जिसका सीधा सा मतलब है की देश सीमाओं तथा राष्ट्र की स्वतंत्रता की रक्षा करना । इसलिए सभी को सैनिक शिक्षा की प्राप्ति करनी चाहिए।
सैनिक शिक्षा की भूमिका
वैसे शिक्षा अनेक रूप में प्राप्त किया जाता है चाहे वो जिस प्रकार से हो । क्योंकि कोई भी कार्य बिना किसी सीख व शिक्षा की मदद से कोई नहीं कर सकता है । सभी शिक्षा अपने लिए एक विशेष तरह का उद्देश्य व महत्व रखता है।
देश की शिक्षा में सैनिक शिक्षा की महत्वता को बढ़ावा देना चाहिए । क्योंकि देश में सीमाओं सुरक्षा के अलावा भी आन्तरिक व्यवस्थाओं को सुदृढ़ बनाने के लिए सैनिक की आवश्यकता होती है।
भारत देश में जब भी युद्ध हुए है चाहे वो 1948 में कश्मीर पर आक्रमण या फिर 1962, 1965 तथा 1971 का युद्ध हो उस समय हमारे देश के सैनिकों ने अपने सीमाओं के अंदर घुसे दुश्मनों को धुल चटा कर उन्हें वापस खदेड़ दिए । हलांकि उस समय हमारे देश कई वीर जवानों अपने प्राण की आहुति दे दी । इससे हमारे देश के लिए सैनिक शिक्षा का महत्व समझा जा सकता है।
सैनिक शिक्षा की महत्व व उपयोगिता
कोई भी देश अपनी राष्ट्र की सुरक्षा के लिए अपने सेना का निर्माण करती है, और उसे प्रशिक्षण देकर उसे संगठित व प्रबल बनाती है । जिस तरह से प्राचीन कल के समय से सेना आवश्यकता थी । उसी तरह से इस आधुनिक जीवन में भी लोगों की सुरक्षा व राष्ट्र रक्षा के लिए जरूरी है।
जिस भी देश के पास प्रशिक्षित व सुदृढ़ सेना नहीं होती है । उनके लिए सुरक्षा हमेशा खतरे रहती है क्योंकि आज लोगों की समझ व सभ्यता तो बढ़ी परन्तु युद्ध की पिपासा नहीं खत्म हुई है । इस बीसवीं शताब्दी तक संसार दो विश्व युद्ध को देख चूका है।
लेकिन इस 21वी शताब्दी में दुनिया में साइबर युद्ध की आशंका बढ़ गयी है । आजकल देखा जाये तो देश में साइबर की आपराधिक मामले बढ़ गये है । जिससे लोगों के जीवन में सुरक्षा के दृष्टि से सैनिक शिक्षा का काफी महत्वपूर्ण हो गया है।
विद्यार्थियों में सैनिक शिक्षा
आज के समय में लगभग हर विद्यालय में सैनिक शिक्षा दी जाती है जो की ये प्रारम्भिक शिक्षा होती है । ये शिक्षा स्कूल व कालेजों में एन. सी. सी. व स्काउट गाइड के माध्यम से दी जाती है । यह देश की सरकार द्वार व्यवस्था इसलिए की गयी है की देश के सैनिक में भर्ती होने के लिए जो भी इच्छुक छात्र या नागरिक हो, वह इसका फायदा उठा सके। क्योंकि देश की सुरक्षा व शक्ति उस देश की सैनिकों पर ही निर्भर होता है । देश का सैनिक हर संकट में रक्षा करने के लिए हमेशा तत्पर रहता है।
योग्य सैनिकों का निर्माण
आज तक कोई भी देश की सैनिक की योग्यता पर कोई सवाल नहीं उठाता है । क्योंकि सबको पता है की सैनिक का प्रशिक्षण कितने सख्ती से दिया जाता है । सैनिकों को इस काबिल बनाया ही जाता है की वह हर क्षेत्र में निस्वार्थ भाव सबकी मदद कर सके।
सेना को काबिलीयत के अनुसार उन्हें तीन डिवीजनल में बाटा गया है, थल सेना, जल सेना और वायु सेना इन तीनों सेनाओं का महानतम एक से बढ़कर एक है । जिसके कारण कोई देश अपने आप को आसमान से लेकर जमीन तक सुरक्षा महसूस करता है।
एक विद्यार्थी अच्छी सैनिक शिक्षा प्राप्त कर एक योग्य सैनिक होने का प्रबल दावेदार हो सकता है । बल्कि ये देश के सभी नागरिक को ये दायित्व बनता है की हर सैनिक का सम्मान करें और अपने बच्चों को सैनिक शिक्षा के लिए प्रेरित करें।
निष्कर्ष
सैनिक शिक्षा का एक तरह के सभी के लिए नैतिक लाभ है की, इससे लोगों के अंदर अनुशासन का भाव बढ़ता है । इस शिक्षा की मदद से सभी के अंदर आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता सीखने को मिलता है । इसके साथ देश के प्रति वफादारी और देशभक्ति की भावना जागृति होती है।
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