देशभक्ति व देशप्रेम पर निबंध । Hindi Essay on Patriotism

देश प्रेम या देश भक्ति अर्थ ही है की अपने देश के प्रति समर्पित होना । उसके प्रति वफादारी व प्रेम के साथ देश की सेवा करना होता है । कई लोग अपने देश के खातिर अपनी जान को दाव पर लगा देते है उनमें से एक है देश के जवान।

हर देश की देशभक्ति ही सभी एक – दूसरे को करीब लाती है, क्योंकि हर व्यक्ति अपने देश के लिए कुछ भी करने के लिए हमेशा तैयार रहता है । जो लोग सच्चे देशप्रेमी होते है वो अपने देश के लिए हर उस तरह से मदद करते जिससे देश के लोगों व अपने देश की भलाई के हित में हो।

एक सच्चा देशभक्त वही कहलाता है जो अपने पूरे जीवन को देश की सेवा लगा देता है, ऐसे लोग देश के लोगों के लिए एक मिसाल बन जाते है । उनको हमेशा याद किया जाता है।

देश के प्रति प्यार व सम्मान की भावना ही देशप्रेम व देशभक्ति कहलाता है । हर देशभक्त अपने देश के लिए निस्वार्थ भाव से गर्व से उसकी सेवा में लगा रहता है । वो हमेशा देश के लिए कुछ कर गुजर के लिए तत्पर रहता है।

देश के लिए सम्मान

हमेशा से देशभक्ति का तात्पर्य उसके अपने देश के साथ वफादार व प्रेम करना होता है । देश के सम्मान के लिए बड़े – बड़े देशभक्त या देश प्रेमी उसके लिए कुछ भी त्याग करने लिए व्याकुल रहते है।

देश की सम्मान के लिए सभी देश प्रेमी अपने मातृभूमि व सेना का हमेशा से आदर करते है । अपने मातृभूमि के खातिर बलिदान होने से थोडा भी घबराते नहीं है और न ही पीठ दिखाकर पीछे हटते है।

जो भी देश की सुख – दुःख में साथी बनकर उसके सम्मान में खड़े रहते है वो सच्चे देश भक्त या देश प्रेमी कहलाते है । जिस धरती पर हम पैदा होकर हम उसकी सम्मान न करें तो उसके लिए ये धरती नरक से कम नहीं होती है।

इसलिए जिस मातृभूमि पर पैदा होते है हमें उसका पूरे लगन के साथ सम्मान करना चाहिए । क्योंकि हमें उस पर गर्व होता है जिसे देश में पैदा होते है ।

हमेशा हमें अपने देश के दुःख व खतरों के समय खड़ा होने पर हमारे पीछे जो भी लोग है वो भी हमारी देशभक्ति  के गुणगान के साथ देशभक्ति पर पथ पर चलेंगे । जिससे हमारे देश का विकास व पूरी दुनिया में सम्मान बढेगा।

स्वदेश प्रेम का अभिप्राय

स्वदेश प्रेम के अभिप्राय का सीधा सा अर्थ है की हम जिस देश में जन्म लिया उस देश से तात्पर्य है । हमें उसके प्रति हर कर्तव्यों का पालन करना चाहिए । हमारे अंदर अपने देश के लिए त्याग व बलिदान की भावना होनी चाहिए ना की लालच अपने अंदर रखना चाहिए।

एक सच्चे देशप्रेमी के अंदर यही सब भरा होता है वो अपने देश के अलावा किसी और चीज की अपेक्षा नहीं रखता है । वो हमेशा से मुश्किल समय में देश के लिए अपना तन मन धन सब कुछ उसके लिए समर्पित कर देता है।

देश के प्रति कर्तव्यता

हर देश के नागरिक को अपने देश प्रति एक कर्तव्य होता है जिसे सभी को पालन करना होता है । परन्तु देख जाये तो उसमें से कुछ सच्चे देशभक्त होते है वो ही पूरे ईमानदारी व लगन के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते है।

जो सैनिक अपने देश की रक्षा के लिए हमेशा सीमा पर रहते है वो बिना संकोच के अपने कर्तव्यों का पालन करते है । देश के सैनिक बिना किसी भेदभाव व संकोच के देश की रक्षा के लिए अपने प्राण की आहुति देने के लिए तैयार रहते है।

ऐसे ही हमें भी अपने सैनिकों के जैसे ही ईमानदार व अडिग रहकर देश के कर्तव्यों का पालन करना चाहिए । परन्तु आजकल ऐसा देखने को कहा मिलता है ।

जैसे – जैसे दिन निकलते जा रहा है वैसे ही देश में उच्च नीच, भेदभाव, कालाबाजारी , मुनाफाखोरी जैसे चीजे पूरे देश को बर्बादी की ओर लेकर जा रहे है । आज के समय के कोई ऐसी संस्था नहीं है जो बिना घूसखोरी के कोई कार्य हो जाये है।

लोग एक न एक जगह इस चक्कर में फंस जाते है फिर वो भी अपने देश प्रति सारे कर्तव्यों को भूल जाते है और मनमानी करते है।

देश प्रेम का आदर्श

हर देश में अपने आदर्श महापुरुष होते है । इसी तरह भारत देश में भी अनेक महापुरुष हुए जो हमारे देश को स्वतंत्र कराने में महत्वपूर्ण योगदान दिए । महात्मा गाँधी, भगत सिंह, नेता जी सुभाष चन्द्र बोस, चंद्रशेखर, सुख देव, सरदार पटेल जैसे महान देश भक्त ही जो हमारे लिए आदर्श है।

हर देश की देश भक्तों की एक ही कामना होती है वो अपने देश के लिए प्राण न्योछावर करने के लिए हमेशा तत्पर रहते है । हमारे लिए सच्चे देशभक्त ही आदर्श के स्वरूप है।

निष्कर्ष

दोस्तों, देशभक्ति एक ऐसी चीज है जो स्वयं में उत्पन्न होती है । हर देश के सुधार व विकास के लिए लोगों के मन देशभक्ति के भाव पैदा करना अति आवश्यक है।

क्योंकि देशभक्ति ही देश के लोगों के लिए एकता का कार्य करता है । लोगों को एक दूसरे के अंदर प्रेम व हर्ष के साथ ख़ुशी का अनुभव करने में मदद करता है।

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