दोस्तों, पुस्तक हमारे जीवन का सबसे महत्वपूर्ण संसाधन है, खासकर आज एक समय में । पुस्तकालय का अर्थ होता है पुस्तकों का घर जिसमें बहुत प्रकार के पुस्तक हमें देखने को मिलते है । पुस्तकालय को हम अंग्रेजी में लाइब्रेरी भी कहते है जहाँ कई विभिन्न प्रकार के किताबें होती है वहाँ हम जाकर अपने मन पसंद की किताबें पढ़ सकते है।
पुस्तकालय एक खास बात है की जो भी विद्यार्थी महंगी किताब को खरीद नहीं सकता है वो पुस्तकालय में जाकर उस प्रकार के किताब को पढ़ कर व नोटिस भी बना सकता है । जिसे वो अपने भविष्य में प्रयोग कर पाता है।
सबसे ज्यादा हमें अपने परीक्षा से पहले सारे विषय के पाठ्यक्रम को अच्छे से तैयार करने में मदद करता है । पुस्तकालय का अगर हम सन्धि विच्छेद करें तो पुस्तक + आलय होता है जिसका अर्थ पुस्तकों का घर कहा जाता है।
आज के समय में देखा जाए तो ऑनलाइन लाइब्रेरी (पुस्तकालय) बहुत सारे वेबसाइटों पर उपलब्ध है । पुस्तकालय को हमारे द्वारा अपने राष्ट्रीय धरोहर के रूप में जाना जाता रहा है । क्योंकि वहाँ पर बहुत सारी किताबें हमारे पूर्वजों के द्वारा लिखी गयी रहती है।
उनके द्वारा दी सीख के अनुसार हमें अपने जीवन में परिवर्तन ला सकते है और अपने जीवन को बेहतर बनाने में मदद पा सकते है।
पुस्तकालय के प्रकार
अगर हम देखे तो हमें कई तरह के पुस्तकालय देखने को मिलता है जैसा की व्यक्तिगत पुस्तकालय, सार्वजनिक पुस्तकालय आदि होता है । जिसमें हमें अलग – अलग तरह की विशेषता देखने को मिलता है।
पुस्तकालयों में बहुत रुचि व जरूरत के अनुसार पुस्तकों को संग्रहित कर स्थापित किया जाता है । सार्वजनिक पुस्तकालय यानी की सरकारी व गैर सरकारी के रूप में मिलते है।
सरकारी पुस्तकालय को सरकार द्वारा अनुदान प्राप्त होता है जो आम लोगों के लिए मुफ्त होता है । और जो भी गैर सरकारी पुस्तकालय होते है वो कुछ न कुछ शुल्क रखते है जिससे लोग भुगतान कर उस पुस्तकालय के लाभ उठा सकते है।
व्यक्तिगत पुस्तकालय –
इस पुस्तकालय का मतलब अपने घर में ही जो लोग है वो इस शिक्षा का ग्रहण कर सकते है । सभी लोग अपने रुचि अनुसार व्यक्ति की शिक्षा ग्रहण कर सकते है।
विद्यालय व विश्वविद्यालय का पुस्तकालय –
ये जो पुस्तकालय होते है वो खासतौर पर छात्र – छात्राओं व अध्यापकों के लिए होते है । जहां पर अधिकतर किताबें उनके पाठ्यक्रम से संबंधित होती है । जो कक्षा में पढाया जाता है और मनोरंजन यानी चुटकुले की किताबें भी होती है।
सार्वजनिक पुस्तकालय –
इस पुस्तकालय को हम दो श्रेणी में जानते है । जैसे की कुछ ट्रस्ट समाज सेवा द्वारा स्थापित किया गया रहता है और कुछ सरकार द्वारा किया गया रहता है । यहाँ कोई भी व्यक्ति आकर अपनी मन – पसंद की पुस्तकें पढ़ सकता है।
डिजिटल पुस्तकालय –
आज के समय में इन्टरनेट इतना ज्यादा फ़ैल चूका है की लोगों के मोबाइल में हर जगह उपलब्ध होता है । जिसके कारण बहुत सारे पुस्तक व हर तरह की किताबें इन्टरनेट उपलब्ध है । जिसे सर्च करके आसानी पढ़ा व पीडीऍफ़ फॉर्मेट में डाउनलोड किया जा सकता है।
पुस्तकालय का महत्व
हमें पुस्तक से ज्ञानवर्धक चीजे ही प्राप्त होती है । साथ ही में मनोरंजन की किताबें भी होती है जो लोग अपने इच्छानुसार किताबें पढ़ना पसंद करते है । कुछ लोग दिन भर के थके होने के बाद या यात्रा के समय को व्यतीत करने के लिए मनोरंजन जैसे किताबों को पढ़ना पसंद करते है।
पुस्तक में दैनिक समाचार पत्र भी आता है जिसे लोग पढ़कर देश – दुनिया के बारे में जानकारी रखते है । समाचार पत्रों के द्वारा हमें ताजा जानकारी व सामान्य ज्ञान की जानकारियां मिलती है । जो हमें अपने प्रवेश परीक्षा में भी मदद मिलता है । इन समाचार पत्रों से काफी कुछ जानने व सीखने को मिलता है।
सभी पुस्तकालयों में विषय के अनुसार सैकड़ों व हजारों की संख्या में पुस्तकें वहाँ पर मिलती है । लाइब्रेरी में बैठकर अच्छे वाचन की भी व्यवस्था होती है । पुस्तकालय का रूम एकदम शांत वाला होता है जिससे की एक – दूसरे को परेशानी महसूस न हो।
पुस्तकालय में एक ही पुस्तक कई लोगों द्वारा पढ़ी जाती है इसलिए उसकी सुरक्षा भी उतनी महत्वपूर्ण होती है । हमें चाहिए की जो भी पुस्तक पढ़े उसे शांतिपूर्वक व सावधानी से अध्ययन करें।
पुस्तकालयों के नियम
हर पुस्तकालय का अपना एक नियम है जिसे हम सबको पालन करना बहुत जरूरी होता है।
- पुस्तकालय में जब भी कोई व्यक्ति व छात्र किताबें पढ़ने जाता है तो उसे वहाँ के व्यवस्था के अनुसार शांति बनाये रखना जरूरी होता है।
- पुस्तकालयों के अंदर किसी भी तरह के किताबों को फाड़ना लिखना सख्त मना ही होता है।
- पुस्तकालयों में किसी भी तरह का शोर या आपस में ज्यादा बातचीत और किसी भी प्रकार का नशा करके जाना बिलकुल मना होता है।
- जो किताबें हम पुस्तकालय से लेते है उसे तय वक्त पर लौटना भी होता है, नहीं तो दंड भरना पद सकता है।
- पूरे पुस्तकालय परिसर को स्वच्छ जरूरी होता है । वहाँ किसी भी प्रकार का कचरा चाहे कागज ही क्यों न हो।
पुस्तकालय के लाभ
पुस्तकालय हमारे जीवन बहुत प्रकार के लाभ देता है जिससे पढ़ कर अपनी जिन्दगी जीने के तरीके को बदल सकते है।
- पुस्तक हमें अपने अनुसार हर तरह से पढ़ने का अवसर प्रदान करता है।
- हम पुस्तकालय में विभिन्न प्रकार की भाषा वाली पुस्तक पढ़ने को मिलती है । जिसे हम अपने इच्छानुसार पढ़ सकते है।
- पुस्तकालय में ज्ञानवर्धक और मनोरंजन जैसे किताबें भी हमें पढ़ने को मिलती है।
- इन पुस्तकालय से हमें ये लाभ होता है की हमें किसी भी दुर्लभ धन या पुस्तक के मूल्य देने नहीं पड़ते है । ये ही इसका मुख्य लाभ है ।
- पुस्तकालय में किसी भी जाति का भेदभाव नहीं होता है । उसमें सभी वर्ग के लोग जाकर किताबें पढ़ सकते है।
- इस पुस्तकालय की माध्यम से हमारी शिक्षा व्यवस्था सुदृढ़ होती है।
निष्कर्ष
हमारे राष्ट्र व देश के हित के लिए ज्ञान – विज्ञान जैसे पुस्तकालयों की बहुत ही आवश्यकता है । पुस्तक ही हमारी शिक्षा व्यवस्था की मुख्य रूप से रीड की हड्डी होती है । शिक्षा एक ऐसी चीज है जिससे हमें सब कुछ प्राप्त कर सकते है।
अगर हमें अपने देश में शिक्षा का बढ़ावा देने है तो पुस्तकालयों का विकास होना बहुत जरूरी है । क्योंकि पर बिना किसी शुल्क के दुर्लभ किताबों से वंचित रहे व्यक्ति भी पढ़ सकता है । इसी से देश में शिक्षा व भविष्य का निर्माण भी अच्छे से होगा।
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