बदलती जीवन शैली पर निबंध । युवाओ की बदलती जीवन शैली

आज हमने खुब तरक्की कर ली है । ऐसा लगता बस अब सबको असमान छुना है । जितनी तेजी से विज्ञान ने तरक्की कर ली है उतनी ही तेजी से हम धीरे हो गये है । तरह-तरह की बिमारिया होने लगी है, मानसिक रोग, मोटापा, तनाव, डिप्रेशन, गैस, शरीरो में दर्द आदि रोगों के हम शिकार हो रहे है।

युवा पीढ़ी को देश का भविष्य माना जाता है, इसलिए इसे मजबूत बनाने के लिए स्वस्थ और रोगहीन बनाना होगा । क्योकि ये ही युवा हमारे देश को आगे चल कर महत्वपूर्ण योगदान देगे।

लेकिन देखा जाये तो जिस युवा पीढ़ी पर हम इतना भरोसा कर रहे है वही शारीरिक, मानसिक और सामाजिक रूप से अस्वस्थ होती जा रही है जो ये एक बहुत बड़ी चिंता है।

इसकी वजह हमारी बदलती जीवन शैली है । लोगो के खानपान, सोचने और रहन सहन का तरीका बदल रहा है। पहले लोग स्वस्थ आहार खाते थे, समय पर सोना और उठा करते थे जिससे शरीर और मानसिक संतुलन दोनों ही ठीक रहता था।

पर अब की युवाओ को अस्वस्थ खाना जेसे फास्ट फ़ूड देखते ही मुँह में पानी आ जाता है और सोने का समय बदल गया है रात में देर से सोना और सुबह में देर से उठाना नियम बन गया है जिसे उनका शारीरिक और मानसिक संतुलन ठीक नही रहता है।

युवाओ की बदलती जीवन शैली

अक्सर युवाओ में बदलती जीवनशैली का अवसर देखने को मिलता है । पहले के लोग छोटे घरो में एक साथ रहते थे जिससे एकता बनी रहती थी हर काम के लिए बड़ो की सलाह लेते थे पर अब उसका उल्टा हो गया है अबकी युवा बड़े घरो में अकेले रहेना पसंद कर रही है जिसके एक ही परिवार अलग हो गया है।

एक दुसरे की सलाह लेना जरुरी नही समझते है एक दुस्र्रे से मतलब नही है यहाँ तक की हमारे आस-पास में कोन है क्या हो रहा हें उसमे भी मतलब नही है इससे अब हमारे देश में एकता नही रही और अब बड़ी मुश्किलों का सामना नही कर पाते उस समय अब अकेले हो जाते है।

  • वे इस जिंदगी की कीमत नही समझ रहे है । उनका ये जीवन, देश की विकास के लिए है।
  • लेकिन वे अपना जीवन दिखावे में बिता रहे है मेहनत नही करना चाहते । मेहनत की जगह आरामदायक वस्तुओ का उपयोग कर रहे है।
  • प्राकृतिक शुद्ध हवा की जगह फ्रीज़, AC का उपयोग कर रहे है।
  • इससे हमारा वातावरण प्रदुषित हो रहा है और हमें प्राकृतिक द्वारा जरुर की चीजे समय पर नही मिल पा रही है।
  • आज की युवाओ को परिवार के साथ समय बिताने की जगह दोस्तों के साथ घूमना, फिल्म देखना पसंद है।
  • पढाई की जगह मोबाइल का उपयोग करने लगे है अब तो विद्यालय में भी डिजिटल का उपयोग किया जाता है।
  • जब हम पढाई करने विद्यालय में जाया करते थे तो पढाई के साथ साथ खेल खुद भी कराया जाता था।
  • जिससे हमारा शरीर स्वस्थ और तंदुरुस्थ रहता था और दिमाग भी तेज चलता था और हमें नए तकनीकी पर निर्भर नही रहना पड़ता था।
  • ऐसे की कई कारणों से हमारी जीवन शैला बदल रही है।

निष्कर्ष

एक स्वस्थ जीवन शैली जीने के लिए हमें अपने आप को बदलना पड़ेगा । हमें समय पर सोना समय पर उठाना पड़ेगा।

बडो की आज्ञा का पालन करना पड़ेगा । नए तकनीकी पे कम निर्भर रहने की जरुरत है । हमें तकनीकी का सही उपयोग करना चाहिए।

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