छात्र जीवन पर इंटरनेट का प्रभाव । Impact of Internet on Student Life

अगर आज के समय में देखा जाये तो इन्टरनेट सबसे ज्यादा दुनिया में उपयोग किया जाने वाला जरुरी चीज है । आजकल की दुनिया को देखे तो इंटरनेट सभी प्रमुख चीजो में से एक है । इंटरनेट वह चीज है जो दुनिया की हर खबर घर बैठे प्राप्त कर सकते है । आजकल का काम ऑफलाइन से ज्यादा ऑनलाइन हो गया है । दुनिया भर के व्यवसाय, व्यापारी, छात्र इत्यादि सब इंटरनेट पर ही निर्भर है ।

आजकल के लोगों को इंटरनेट की इतनी आवयश्कता है की अपने जरूरतमंद काम के साथ – साथ मनोरंजन के लिए भी उपयोग करते है । इस समय छात्रो की बात की जाये तो उनके जीवन में कई उपयोग है, जैसे ऑनलाइन कक्षा की पढाई करना, कॉलेज का प्रोजेक्ट बनाना, परीक्षा की तैयारी करन और कोई समस्या का हल इंटरनेट पर ढूढना इत्यादि सब तरह की गतिविधियों का उपयोग की जाती है । परन्तु ये जरूरत से ज्यादे उपयोग करने से नुकसानदायक हो सकता है ।

हमें बच्चो को सिमित मात्रा में इंटरनेट का उपयोग करने के लिए समझाना चाहिए । छात्रो को इंटरनेट के फायदे और नुकसान के बारे में बताना चाहिए । उनकी गतिविधियों पर नजर रखना चाहिए ।

छात्रों की मानसिकता और पारिवारिक जीवन पर प्रभाव

आजकल के छात्रो को देखा जाये तो यह उनके लिए सबसे गंभीर समस्या बाई हुई है । क्योकि आज के समय में वो आधिकांश समय इंटरनेट पर बिताते है और अपने घर में रहने वाले परिवार के सदस्य के साथ कभी समय व्यतीत नही करते है । इसलिए उनका पारिवारिक रिश्ता कमजोर होते जा रहा है । जो भी विद्यार्थी ज्यादा समय इंटरनेट पर व्यतीत करते है वो निश्चित तौर पर शारीरिक और मानसिक रूप से कमजोर हो जा रहे है ।

क्योकि वो अपना अधिकांश समय इंटरनेट पर बिताने के वजह से शारीरिक व्यायाम और खाने – पीने पर सही से ध्यान नही देते है, जिससे उनका शरीर अस्वस्थ रहने लगता है । छात्र हमेशा अपने स्वास्थ, मन , सामाजिक और व्यक्तिगत जीवन में इसकी उपेक्षा करते है, परन्तु एक चीज से परेशानी होती है वो है ऑनलाइन का होना ।

कुछ बच्चो में देखा गया है की उनको खाने पीने नही पड़ी रहती है, उनको बस मोबाइल इंटरनेट चाहिए रहता है । जब मोबाइल नही मिलता है तो दुखी व उदास रहते है, परन्तु मोबाइल इंटरनेट मिलते ही उनके चेहरे ख़ुशी से झूम उठते है ।

बहुत सारे ऐसे मामले आये है जो इंटरनेट की वजह से छात्रो को जान चली गयी । जो ये बात उनके माता – पिता को परेशान करती है, परन्तु बच्चे है की समझने को तैयार ही नही होते है । आजकल बच्चो के लिए इंटरनेट का सिमित मात्र करना कितना जरुरी हो गया है ।

वयस्क वेबसाइटे, पोर्नोग्राफी

आजकल के बच्चो को चाहिए को वो इंटरनेट का इस्तेमाल केवल अपने करियर और पढाई के लिए ही उपयोग करे । कुछ बच्चो को बुरी लत जाती है बेकार की बातो पर ध्यान देते है और पोर्न वेबसाइटों से परिचित हो जाते है । इस तरह की वेबसाइट बहुत सी संख्या में इंटरनेट पर उपलब्ध है जो आसानी से बच्चे परिचित हो जाते है और उनकी लत लगना शुरू हो जाता है ।

इस तरह के बच्चो को समझाना भी मुश्किल हो जाता है क्योकि वह पूरी तरह से परिपक्व नही हुए होते है । इस सब के लत की वजह से आस-पास के माहौल के लिए खतरा बन जाता है क्योकि उनकी नजर बुरी हो जाती है वो लडकियों की ताड़ते रहते है । वह अपने लत की वजह से लडकियों के साथ अपराध और बलात्कार भी कर सकते है ।

ऐसे कई तरह के मामले दर्ज होते है, जो स्कूलो और कॉलेजों में छात्रों द्वारा किये गये अपराध के सबूत देखने को मिलते है । वो इसलिए क्योकि छात्र इन गलत वेबसाइटों के आदी हो जाता है और इसके नशे में होने की वजह से वो स्कूल या कॉलेजों से आने वाली लडकियों का पीछा करते रहते है, और भदे – भदे कमेंट करते है । इस तरह के काम उनको एक अश्लील साहित्य की दुनियाँ को और लेकर जाता है ।

शारीरिक नुकसान

आजकल के छात्रो को इंटरनेट के प्रति इतना लगाव बढ़ गया है, जो उनके शारीरिक स्वास्थ को नुकसान पहुँचता है । छात्र इस दुनियाँ के भविष्य होते है वो अपनी पढाई पर केन्द्रित करके अपने देश और अपना जिम्मेदार नागरिक का फर्ज निभाना चाहिए ।

इंटरनेट पर ज्यादा समय बिताने से शारीरिक स्वास्थ का नुकसान पहुँच रहा है । आजकल के छात्रो को इंटरनेट पर अधिकांश समय व्यतीत करते देखा जा रहा है, जो उनकी शरीरिक स्वास्थ के लिए हमेशा से नुकसानदायक ही रहा है । कंप्यूटरों स्क्रीन पर ज्यादा समय बैठे रहने से उनकी आँखों पर बुरा असर पड़ता है उनकी आँखों की रोशनी कमजोर होने लगती है ।

कुछ छात्र को देखा गया है की वो घंटो एक ही स्थिति में बैठ कर ऑनलाइन गेम खेलते रहते है और सोशल साइट पर देर रात तक चैटिंग करते रहते है । इस की लत की वजह से उनके शारीर में कई तरह की बीमारियाँ होने लगती है जैसे पीठ में दर्द, मांसपेशियों में कमजोरी, चक्कर आना, आँखों से धुधलापन दिखाई देना इत्यादि और भी कई तरह की शारीरिक समस्या उत्पन्न होती है ।

सामाजिक जीवन का प्रभावित होना

एक छात्र को अपने सामाजिक जीवन में दोस्तों को जरूरत पड़ती है । दोस्तों के छात्र अपनी हर बात को शेयर करता है, उसको अपनी हर सुख – दुःख की बात बताते रहते है । लेकिन आज के ज़माने में दोस्ती की अहमियत धीरे – धीरे खोती जा रही है, क्योकि आज के समय में छात्र दोस्तों के वजाय वो इंटरनेट पर समय व्यतीत करना पसंद करने लगे है ।

इंटरनेट पर ही नए – नए लोगो से दोस्ती होते जा रही है, भले ही उनके चाल – चरित्र के बारे में पता न हो पर वो दोस्त बनते जा रहे है । इंटरनेट की वजह से आसपास के लोगो से मिलना जुलना बंद हो गया है । घर में बैठ कर ही वो एक दुसरे से मिलने के बजाय मैसेज और विडियो कॉल पर बात करने की लत लग गयी है ।

ये जो सब जो हो रहा है वो सब उनके सामाजिक जीवन को प्रभावित करता है । आजकल के छात्रो में संचार कौशल की कमी दिख रही है । दोस्तों से आमने – सामने बात करने से शारीरिक और मानसिक दोनों स्वास्थ व संतुलित रहता है । आज के समय में छात्रो का भविष्य इंटरनेट की वजह से खतरे में जा रहा है । इसलिए इंटरनेट को सीमित मात्र भर के लिए ही इंटरनेट का उपयोग किया जाना चाहिए ।

धोखाधड़ी वाला काम

आज के समय में इंटरनेट उपयोग की वजह से छात्र धोखाधड़ी का कारण बनते जा रहे है । यहाँ पर ये बताया गया है की इंटरनेट की वजह से छात्रो में नकारात्मक सोच फैलती जा रही है । इस समय देखा जा रहा है की छात्र पढाई किताब से करने के वजाय इंटरनेट पर व्यस्त रहते है और परीक्षा आने के बाद परीक्षण में बैठते समय प्रश्नों का उत्तर इंटरनेट पर सर्च करते है । जिसका परिणामस्वरूप उनकी दिमागी क्षमता कमजोर होती जा रही है ।

ऐसे ही स्कूलों में मोबाइल प्रतिबंध लगने के बाद भी छात्र चोरी छुपे क्लास रूम में ले जाते है । जिसका साफ मतलब है की उनका ध्यान पढाई पर केन्द्रित नही रहता है । कड़ी मेहनत करने के वजाय छात्र इंटरनेट पर आसान तरीका ढूढने में लगे है । इस इंटरनेट की समस्या को छात्रो में जागरूकता पैदा करके इसे रोका जा सकता है । क्योकि कुछ तो छात्र अपनी रैंक बढ़ाने और अच्छे नंबर पाने के लिए स्कूल की वेबसाइट को हैक कर लेते है ।

निष्कर्ष

आजकल के छात्रों को धोखाधड़ी, और पोर्नोग्राफी जैसे चीजे के आदी होने से बचाने से ज्यादा कुछ भी महत्वपूर्ण नही है । उनके जीवन में सामान्य तरीके से आगे बढ़ने की जरुरत है जैसे एक आम इंसान बैगर इंटरनेट के आगे बढ़ता है ।

छात्रो को इंटरनेट से ज्यादा अपने पढाई ध्यान देने की जरुरत है । इंटरनेट का इस्तेमाल सिमित मात्र के लिए ही उपयोग होना चाहिए अगर जरुरी रहेगा तो ही । शुरुवाती दौर से ही बच्चो को इंटरनेट का आदत मत डालने दे तभी इस तरह के समस्या से बचा जा सकता है ।

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