आज मोबाइल फोन पूरी दुनिया के लिए अभिन्न हिस्सा बन गया है। लोगों के लिए है हर क्षेत्र में ज़रूरी हो गया है अब के युवा उठते है मोबाइल के साथ और सोते हैं मोबाइल के साथ । इस अनोखे और लाभकारी आविष्कार की इच्छा सबको है फिर चाहे वह अमीर हो या गरीब।
तकनीकी क्षेत्र में अधिक विकास की वजह से सभी मनुष्य का जीवन काफी सरल हो गया है। लोग मोबाइल फोन के द्वारा किसी भी रिश्तेदार या मित्र से बात कर सकते हैं।
इसमे मौजूद नए फ़ीचर्स की वजह से हर युवा को इसमे दिलचस्पी है। बीते गत वर्षों में मोबाइल का उपयोग सबसे अधिक किया गया है।
सर्वप्रथम मोबाइल का उपयोग
1973 से पूर्व के वर्ष में मोबाइल टेलीफोन से लैस कारों व कई दूसरे वाहनों में लगे फोन तक ही था। मोटोरोला उस समय की ऐसी प्रथम कंपनी थी जिसने हाथ मे रखने वाले मोबाइल फोन को बाजार में पेश किया था।
आज मोबाइल फोन कई आकृति डिज़ाइन में बनाया गया है, जिसमें कई तकनीकी फीचर्स हैं और कई लक्ष्य को पूरा करने का दावा करता है।
घर बैठे किसी से भी बात
मोबाइल के तकनीक से हम किसी भी लोगों से कभी भी जुड़ सकते हैं। अब लोग अपने मोबाइल फ़ोन या स्मार्टफ़ोन को चालू करके जिससे मर्ज़ी उससे वीडियो चैट कर सकते हैं।
मोबाइल फोन ने रोजमर्रा की ज़िंदगी को, हमारे जीवन को काफी सरल व सुविधाओं से भरी बना दिया है। इसके द्वारा कोई भी मोबाइल फोन पर मौजूद ट्रैफ़िक की हालत देख सकता है और समय पर पहुंच कर अपना महत्वपूर्ण कार्य कर सकता है।
इसके आलावा मोबाइल और भी सम्भव कार्य कर सकता है जैसे मौसम की जानकारी देना, कोई भी यातायात बुक करना, घर बैठे खाने का आर्डर देना आदि।
मनोरंजन का साधन
आज मोबाइल फोन प्रौद्योगिकी के क्षेत्र के साथ-साथ पूरे मनोरंजन जगत के लिए वरदान से कम नहीं है।
जब भी हम रोजमर्रा के कार्य से कुछ समय के लिए निजात पाना चाहते हैं तब हम मोबाइल के द्वारा संगीत सुन कर दिन भर की थकान मिटाने में सक्षम होते हैं, मूवीज देख पाते हैं, या अपना कोई भी पसंदीदा कार्यक्रम दख कर ऊर्जावान हो सकते हैं।
मोबाइल का गलत उपयोग
आज कई लोग मोबाइल फोन के द्वारा गोपनीय जानकारियां का आदान प्रदान करते हैं जो कि गलत व गौरक़ानूनी समझा जाता है।
उन गोपनीय जानकारी को मोबाइल हैकर्स चुरा लेते हैं और उसका गलत तरीके से इस्तेमाल करते हैं। मोबाइल फोन के इस्तेमाल से एक खतरनाक रेडिएशन निकलता है जो मानव शरीर को कमज़ोर कर देता है।
निष्कर्ष
आज का युवा मोबाइल फोन पर इतना निर्भर हो गया है यदि उनके पास मोबाइल फोन उपलब्ध न हो, तो वह दुनिया से काफी भिन्न हो जाता है रोज की गतिविधियों से जुड़ नही पाता और काफी असहाय महसूस करता है।
यह सब बातें मोबाइल फोन के अधिकाधिक इस्तेमाल पर भी निर्भर करता है। यदि इसका इस्तेमाल सही तरीके से करें एवं समझदारी से तो यह हम सब के लिए हर रूप में सहायक होगा।