लघु उद्योग एक महत्वपूर्ण आर्थिक क्षेत्र है जो समाज के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देता है। इसका मुख्य उद्देश्य अधिकांश लोगों को रोजगार प्रदान करना है, विशेष रूप से उन लोगों को जो शहरी क्षेत्रों में रहते हैं और अपनी स्वतंत्रता और आत्मनिर्भरता का अनुभव करना चाहते हैं। लघु उद्योग के माध्यम से उद्यमियों को व्यापार के लिए कम पूंजी और कम तकनीकी ज्ञान की आवश्यकता होती है, जो उन्हें अपने स्वयं के व्यवसाय की शुरुआत करने में सहायता करती है।
लघु उद्योग के माध्यम से, लोग विभिन्न क्षेत्रों में छोटे-मोटे व्यापार की शुरुआत कर सकते हैं जैसे कि गारमेंट्स, पाठशाला, खाद्य प्रसंस्करण, आर्ट और क्राफ्ट्स, पैकेजिंग, छोटे उद्यान, तकनीकी सहायता आदि। इन उद्योगों के माध्यम से उद्यमियों को सामरिक लाभ, स्वतंत्रता और आय की सुविधा प्राप्त होती है। इसके अलावा, लघु उद्योग समुदाय के आर्थिक विकास को बढ़ावा देता है और विकासशील देशों में विदेशी मुद्रा की आवश्यकता को कम करने में मदद करता है।
लघु उद्योग की प्रमुख गुणवत्ता उच्च रोजगार सृजन क्षमता, भूमिका के साथी आयोजन, कार्यकारीता, औद्योगिक अपवाद, नवाचार, औद्योगिक प्रौद्योगिकी आदि हैं। यह उद्योग बाजारी कार्यक्रमों के माध्यम से सरकार की सहायता प्राप्त करता है जो इसके संचालन और विस्तार में मदद करती हैं।
इस प्रकार, लघु उद्योग समाज के आर्थिक विकास और रोजगार के सम्पूर्णीकरण के लिए महत्वपूर्ण है। इसके माध्यम से उद्यमियों को स्वतंत्रता, आत्मनिर्भरता और सफलता का अनुभव मिलता है और साथ ही साथ समाज को आर्थिक स्थिरता प्राप्त होती है।
लघु उद्योग क्या है?
लघु उद्योग क्या होता है आज हम इस टॉपिक में देखेंगे । लघु उद्योग वह है जिसमें उत्पादन के लिए लागत और परिश्रम दोनों का ही सूक्ष्म पैमाने पर होना ही आवश्यक है। जैसे की टिश्यू पेपर बनाने के लिए , टूथपिक इत्यादि ।
लघु उद्योग एक व्यापारिक गतिविधि का विशेष अधिकारिक शब्द है जो उद्योगों को संदर्भिर्त करता है । यह उद्योग छोटे पूंजी ,कार्यकर्ता संख्या ,और उत्पादन मात्र के साथ संचालित होता है। इसका मुख्य उद्देश्य छोटे व्यवसायों को स्थायी रोजगार के लिए अवसर प्रदान करना और आर्थिक विकास में सक्रिय योगदान देना।
इस उद्योग के छोटी -सी पूंजी द्वारा छोटी -छोटी मशीनों की सहायता से वस्तुओं का निर्माण किया जाता है । हमारे भारत देश में इस लघु उद्योग का महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। यह भारत में सामाजिक और आर्थिक व्यवस्था के विकास में एक बड़ी भूमिका निभाता है।
परिभाषा
इसकी कोई एक परिभाषा नहीं दिया जा सकता है, लेकिन लघु उद्योग की परिभाषा हम निवेश व टर्नओवर के अनुसार इसकी परिभाषा निर्धारित होती है। जैसा की भारत एक विकासशील देश है यहाँ छोटे उद्योग का बड़ी मात्रा में मांग की वजह से देश की अर्थव्यवस्था में इसका काफी योगदान होता है।
इसके निवेश के लिए निवेशक को निवेश के लिए न्यूनतम सीमा 1 करोड़ तथा अधिकतम सीमा 10 करोड़ और जिसका टर्नओवर 5 करोड़ से ज्यादा और 50 करोड़ से कम हो तो इस श्रेणी में लघु उद्योग वाला श्रेणी आता है तो वह लघु उद्योग माना जायेगा।
मुख्य उद्देश्य
इसका मुख्य उद्देश्य होता है छोटे व्यवसाय में रोजगार का अवसर प्रदान करना, ताकि छोटे में निवेश करके आगे बढ़ने का मौका प्राप्त करना।
इस उद्देश्य के तहत ग्रामीण क्षेत्रों का विकास होना वहाँ के आस-पास के लोगों को रोजगार के साथ दूर दूसरे शहरों में पलायन करने से बचाना।
इस उद्योग के चलते देश के अर्थव्यवस्था में अपना काफी योगदान देना। इसका मुख्य उद्देश्य ये भी है की ग्रामीणों के जीवन स्तर में सुधार लाना तथा उन्हें सशक्त बनाना की वह भी अपने देश की अर्थव्यवस्था अपना योगदान देकर काफी मदद कर सकते है।
इसके द्वारा यह भी सुनिश्चित करना की धन व आय के सामान वितरण हो, कोई सामान या कमाई की आय घाटे में न हो।
लघु उद्योग के फायदे
इस उद्योग के तहत व्यापारियों को मशीन तथा कच्चा माल सस्ते दामों पर मिल जाते है। इसमें कम पूजी में ही इस उद्योग का उपयोग कर बड़ा व्यापार किया जा सकता है तथा अधिक धन भी कमाया जा सकता है। जो भी उत्पाद होते है उसकी गुणवत्ता की हिसाब से अपनी पहचान बनाई जा सकती है।
लघु उद्योग के माध्यम से लोग अपनी आर्थिक स्थिति को भी सुधार कर सकते है और स्वतंत्र होकर उद्योग को चला सकते है। इसके साथ ही अपने उद्योग के द्वारा उन्हें रोजगार दे सकते है।
लघु उद्योग के प्रकार
लघु उद्योग विभिन्न प्रकार के छोटे उद्योगों को संदर्भित करता है जो सामान्यतः नए व्यावसायिक निवेशकों द्वारा आरंभिक किए जाते हैं। ये उद्योग छोटे मात्रा में पूंजी, कम संख्या में कर्मचारियों, और कम बाज़ार विस्तार के साथ संचालित होते हैं। लघु उद्योग के अनुसार कई प्रकार हो सकते हैं, जिनमें से कुछ मुख्य हैं:
खाद्य प्रसंस्करण उद्योग
इसमें खाद्य उपकरणों का निर्माण, संचालन, और प्रसंस्करण शामिल होता है। इसमें खाद्य संयंत्रों, बेकरियों, आइसक्रीम उद्योग, नमकीन, आचार, मसाला, पैकेज्ड खाद्य पदार्थ निर्माण, और खाद्य संबंधित सेवाएं शामिल होती हैं।
वस्त्र निर्माण उद्योग
यह उद्योग वस्त्रों के निर्माण, प्रसंस्करण, और वस्त्र उत्पादों की खुदरा बिक्री को संदर्भित करता है। इसमें कपड़े, कपड़ों की सिलाई इकाइयाँ, कपड़ों के पैकेजिंग, डिज़ाइनिंग, बुनाई, इम्ब्रायडरी, बुटीक, बुनाई सामग्री, फैशन डिज़ाइनिंग इत्यादि शामिल होते हैं।
चमड़े उद्योग
चमड़े उद्योग में चमड़े से निर्मित उत्पादों का निर्माण और प्रसंस्करण शामिल होता है। इसमें चमड़े से बने चमड़ा, जूते, मोजे, सैंडल, चप्पल, बेल्ट, चमड़े की आभूषण, ताला, और चमड़े से बनी औद्योगिक सामग्री शामिल होते हैं।
खादी उद्योग
यह उद्योग खादी उत्पादों के निर्माण, संचालन, और खादी वस्त्रों की खुदरा बिक्री को संदर्भित करता है। खादी उद्योग में रेशमी धागा, रेशमी वस्त्र, सूती वस्त्र, खादी कुर्ते, साड़ी, टोपी, और खादी संबंधित उत्पादों का निर्माण शामिल होता है।
ग्राहक उत्पाद निर्माण उद्योग
इसमें ग्राहकों के उपयोग के लिए छोटे-छोटे उत्पादों का निर्माण शामिल होता है। इसमें मोबाइल एक्सेसरीज, बाल्म औषधि, स्वच्छता उत्पाद, सौंदर्य उत्पाद, प्लास्टिक वस्त्र के सामग्री, गहनों का निर्माण, किट्स और पैकेजिंग सामग्री, और अन्य सामग्री शामिल होती है।
लघु उद्योग में उपयोग किया जाने वाले उत्पाद
गाड़ियों के Head lights के tools | Battery का चार्जर बनाना – Mobile या लैपटॉप या power bank चार्जर बनाना |
कपड़ो या metal पर लगने वाले Badges | Battery को discharge करने का eliminator बनाना |
हर तरह के बैग्स जैसे की leather cotton, canvas या Jute का bag | Beam Scales (upto 1।5 tons) |
Bag की किट – Mail bags, sleeping bags और water-proof bag | कटोरे बनाना – Bowls |
मरहम पट्टी करने का कपड़ा | चमड़े के डब्बे, बॉक्स, और briefcase बनाना – Boxes Leathe |
कांटेदार तार – Barbed Wire | Metal के डब्बे बनाना |
बेंत की टोकरी – Basket cane | दातो में लगने वाले Braces बनाना |
नहाने के tubs – Bath tubs | पीतल का तार बनाना – Brass Wire |
Brief Cases बनाना | सफाई के लिए इस्तेमाल होने वाली झाड़ू बनाना – Brooms |
हर तरह के ब्रश बनाना – Brushes | हर तरह के Button बनाना – Button of all टाइप्स |
खेती के औज़ार | हाथ से इस्तेमाल होने वाले औज़ार |
Aluminium बनाने के hardware या औज़ार | Ambulance का stretcher |
Augur – Carpenters में इस्तेमाल होने वाला | leather या कपड़े की belt बनाना |
कोयले का paint बनाना – Bituminous Paints | बोल्ट्स और नट्स बनाना |
हर तरह के जूते, सैंडल, या चप्पल बनाना – Boots & Shoes | पानी को फ़िल्टर करने वाली Cane Valves या stock valves बनाना |
भूसा काटने वाली मशीन बनाना – Chaff Cutter Blade | कपड़े बनाना -Garments |
गोंद – Glue बनाना | हाथ में पहने के दस्ताने बनाना |
ड्रम और बैरल बनाना | मछरदानी बनाना – Curtains Etc. |
निष्कर्ष
लघु उद्योग छोटे उद्यमों को संदर्भित करता है जो कम पूंजी, कर्मचारी संख्या, और बाज़ार विस्तार के साथ संचालित होते हैं। ये उद्योग नए व्यवसायिक निवेशकों द्वारा आरंभित होते हैं। विभिन्न प्रकार के लघु उद्योग शामिल हो सकते हैं, जैसे खाद्य प्रसंस्करण, वस्त्र निर्माण, चमड़े उद्योग, खादी उद्योग, और ग्राहक उत्पाद निर्माण।
ये उद्योग वस्त्र, खाद्य पदार्थ, जूते, आभूषण, सौंदर्य उत्पाद, चमड़े से बने उत्पाद, और छोटे उपकरणों के निर्माण और प्रसंस्करण को संदर्भित करते हैं। लघु उद्योग महत्वपूर्ण योगदान देते हैं, क्योंकि वे रोजगार सृजन करते हैं, आर्थिक विकास को संवारने में मदद करते हैं, और स्थानीय समुदायों को सशक्त बनाने में मदद करते हैं।
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