आज विज्ञान एक दैवीय देन है जो पूरी दुनिया पर राज कर रहा है। आज के आधुनिक दुनिया में आधुनिक ज़रूरतों ने जगह ले ली है जो केवल विज्ञान के द्वारा ही सम्भव हो पाया है।
विज्ञान की हम सबकी ज़िन्दगी में मुख्य भूमिका है और इसी की वजह से इसका हर रूप प्रभावित किया है। पहले यह जीवन शून्य पर था परंतु आज कई ऊंचाईयों तक पहुंच गया है। विश्व का इतना विकासपूर्ण दृश्य केवल विज्ञान की वजह से देखना मुमकिन हो पाया है जो अकल्पनीय है।
विज्ञान से मुमकिन
पुराने समय को वापस देखें तो मनुष्य को लंबी दूरी तय करने में कई घण्टे, दिन व साल लग जाते थे, पर आज रेल, गाड़ी,अस्पताल, हवाई जहाज जैसे आविष्कार की वजह से ये सब लक्ष्य सम्भव हुआ है।
वैज्ञानिक चमत्कार ने मनुष्य की रोज़मर्रा की सुख-सुविधाओं में बहुत तरक्की की है। विज्ञान के कुछ ऐसे ही अविष्कार हैं जो हमारे दैनिक कार्यों को काफ़ी सरल बना दिये हैं जैसे हमारे कपड़े धोने आसान हो गए है, कपड़ों की स्त्री करना आसान हो गया है, भोजन पकाना, ठंडी में गर्म पानी और गर्मियों में ठंडे पानी उपलब्ध हो पाई हैं।
बड़ी-बड़ी मशीनों के बनने के वजह से आज बड़े-बड़े फैक्ट्रीज आये हैं जिससे शारीरिक श्रम कम हो पाया है, समय व पैसे की बचत के अलावा अच्छे मात्रा में उत्पादन मुमकिन हो पाया है।
इससे आबादी को महत्वपूर्ण वस्तुएं कम दामों पर मुहैया करायी जाती हैं।
कृषि क्षेत्र में विज्ञान
भारत आज वाला करोड़ों की आबादी वाला राष्ट्र बन चुका है जहां हर वर्ग के लोग निवास करते है और हर वर्ग के मुताबिक उनकी वैज्ञानिक ज़रूरतें है। विज्ञान की सहायता से किसान आज आत्मनिर्भरता को छू पाए हैं दिन-प्रतिदन प्रगति भी कर रहे हैं। यह सब आज सिर्फ विज्ञान के चमत्कार से ही सम्भव हो पाया है।
विज्ञान ने किसानों के लिए अच्छे प्रकार के बीज, बहुत अधिक विकसित और आधुनिक तकनीक, कीड़े मारने के पदार्थ, बड़ी गाड़ियां खेतों के लिए, बिजली आदि की भेंट की है।
हथियारों की वजह–विज्ञान
जहां पर हमने मनुष्यों के द्वारा विज्ञान के क्षेत्र में तरक्की होते देखा है, इस जीवन को सभ्य और खूबसूरत बनते देखा है वहीं इसके गलत हाथों में उपयोग की वजह जैसे बंदूकों, घातक बोम्बों व हथियारों की वजह से मानव जाति पर आये खतरे को भी देखा है।
इसका सही प्रकार से इस्तेमाल न होना किसी के ज़िन्दगी की कीमत भी होती है। विज्ञान एक ऐसा स्रोत है जिसकी ताकत व शक्ति अपार है। मनुष्य के ताकतवर व असीमित दिमाग के वजह से वह जैसे चाहें इसका इस्तेमाल कर सकता है।
विज्ञान से हानि
इस बात से सभी परिचित हैं कि विज्ञान में दैवीय शक्ति की मौजूदगी के अलावा असुरी शक्ति भी होती है। विज्ञान ने कई घातक तरीकों के सिवाय कई तरीकों से इंसान को हानि पहुंच सकता है।
विज्ञान ने भौतिकवाद को बढ़ावा दिया है जिसके कारण धर्म और ज्ञान से जुड़ी विषयों पर विश्वास होता है फ़िर वो दिखावटी व खाली प्रतीत होते हैं। मानव का मानवता से जो सम्बन्ध होता है वो खोखले और कमजोर होने दिखाई देते हैं।
निष्कर्ष
आज यह विज्ञान पूरी दुनिया के लिए वरदान सिद्ध हुआ है पर इसके ग़ैरक़ानूनी उपयोग भी बहुत हुआ है। विज्ञान के क्षेत्र में तहलका मचा देने वाले कुछ महान लोग तो गुज़र गए पर इसका इस्तेमाल करने वाले की संख्यां आज करोड़ों में पहुंच गयीं हैं।
कुछ मनुष्य इसका सही उयोग कर तरक्की कर रह दुनिया को गौरवशाली बना रहे हैं और कुछ गलत प्रयोग के रूप में।