Hindi Essay

साहित्यकार का दायित्व । Sahityakar ka Dayitva in Hindi

दोस्तों, कहा जाता है की साहित्यकार जिस देश में जन्म लेते है तथा वह जिस समाज में रहते है । वहाँ की सभ्यता में या परिस्थितियों उनके मस्तिष्क व उनके हृदय को प्रभाव डालती है । एक लेखक व साधारण पुरुष में अंतर होता है। क्योंकि एक साधारण पुरुष अपने समाज में या अपने आस […]

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साहित्य और समाज पर निबंध । Essay on Literature & Society in Hindi

दोस्तों, मानव जीवन में साहित्य व समाज दोनों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है । साहित्य और समाज ये दोनों एक दूसरे के बिना अधूरे माने जाते है । ये दोनों एक-दूसरे के बिना साहित्य और समाज की कल्पना ही नहीं की जा सकती है। बिना समाज के कल्पना किये बिना साहित्य की रचना नहीं की

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साहित्य का उद्देश्य- प्रेमचंद । Purpose of literature- Premchand in Hindi

भारत देश में “प्रगतिशील लेखक संघ” का प्रथम अधिवेशन में प्रेमचंद की अध्यक्षता में सन 1936 में लखनऊ शहर में हुआ था । इस सम्मेलन के दौरान  मुंशी प्रेमचंद ने सभापति के रूप में अपने द्वारा दिए गये भाषण में व्यक्तिवादी, रूढ़िवादी तथा सौन्दर्य दृष्टि रखने वाले सभी साहित्यकारों पर प्रहार करते हुए, कहा की

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मानव और विज्ञान जीवन । Essay on Human and Science in Hindi

आज के वर्तमान समय में बढ़ते विकास की दर को विभिन्न क्षेत्रों में बढ़ते विज्ञान के महत्व को देखा जा सकता है । हर क्षेत्रों में विज्ञान की उन्नति को देखा जा सकता है । विज्ञान आगे आने वाली पीढ़ियों के लिए आवश्यक होता जा रहा है । इस विज्ञान के बढ़ते विकास ने मनुष्य

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